गुरु

⭕  गुरु  ⭕
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  कुलगुरु और गुरु दोनों में अन्तर है । कुलगुरु वो है, जो आपके गोत्र अथवा परिवार में आपके पूर्वजों द्वारा नियत किये हुए हैं । जिनको आप बदल नहीं सकते । क्योंकि कुलगुरु एक परम्परा है ।

  जबकि गुरु आप अपने स्वयं के विवेक से श्रद्धा युक्त होकर जिसके प्रति आप सर्वस्व  समर्पण कर सकते हैं, उन्हें गुरु मान सकते हैं । गुरु से विधिवत दीक्षा प्राप्त की जा सकती है ।

  आमतौर पर हम अपने जीवन में अनेक प्रकार से शिक्षा गुरु बनाते हैं । जिनसे हमें जीवन में कोई भी शिक्षा मिले, वह भी हमारे गुरु हैं । चाहे वह शिक्षा आध्यात्मिक हो, सामाजिक हो, व्यवहारिक हो, सांसारिक हो, आर्थिक हो, कैसी भी शिक्षा हो, उस शिक्षा को देने वाला हमारा गुरु ही होता है । लेकिन यह गुरु हमारा शिक्षा गुरु होता है ।

  पर सच्चा सद्गुरु तो मात्र अपनी कृपा दृष्टि से ही शिष्य को भवसागर से पार करा देता है । वैसे आप अपनी स्वेच्छा, विवेक और श्रद्धा से गुरु का चुनाव कर सकते हैं।

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