जिसकी जैसी श्रद्धा होगी वैसा उसको फल मिलेगा

मन्त्रे ,तीर्थे ,द्विजे ,देवे ,दैवज्ञे ,भेषजे गुरौ|
यादृशी भावना यस्य,सिद्धिर्भवति तादृशी ||
   

मंत्र, पवित्र नदी का जल, ब्राह्मण, भगवान, ज्योतिषी औषध और गुरू इनके उपर जिसकी जैसी श्रद्धा होगी वैसा उसको फल मिलेगा |
श्रद्धा मन का सामर्थ्य है, उसके कारण ही मनुष्य को यश की प्राप्ती होती है |

Popular posts from this blog

पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शुद्र न पूजहु वेद प्रवीणा

भरद्वाज-भारद्वाज वंश/गोत्र परिचय __मनुज देव भारद्वाज धर्माचार्य मुम्बई

११५ ऋषियों के नाम,जो कि हमारा गोत्र भी है