सफलता और असफलता
जीवन में सभी केवल सफल होना चाहते हैं केवल विजय चाहते हैं कोई भी पराजित नहीं होना चाहता कोई भी असफल नहीं होना चाहता
कोई भी नहीं चाहता कि उसके प्रयास व्यर्थ जाए
यदि एक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह उचित भी है
परंतु असफलता में भी एक अच्छी बात छिपी होती है
सफलता आपका परिचय संसार को देती है
विजय के पश्चात संसार आपको जानने लगता है
और असफलता आपका परिचय संसार से करवाती है
पराजय के पश्चात आप अपने जीवन को जानने लगते हैं
इसलिए सफलता और असफलता से घबराएं नहीं
यदि आपकी सोच सकारात्मक रहेगी तो यही असफलता यही पराज्य आपको और अधिक शक्तिशाली बनाकर प्रस्तुत करेगी और जीवन में विजई बनाएगी
------------------------------------------------------------------------
धर्माचार्य - मनुज देव भारद्वाज, मुम्बई (09814102666)
------------------------------------------------------------------------