व्यक्ति तीन कारणों से प्रश्न पूछता है
व्यक्ति तीन कारणों से प्रश्न पूछता है
एक कारण में व्यक्ति केवल पूछने के लिए पूछ लेता है
उसे पूछने की आवश्यकता नहीं होती
यदि उस प्रश्न का उत्तर मिले तो ठीक
यदि उत्तर ना मिले तो भी ठीक
इसे कौतूहल कहा जाता है
किंतु कुछ व्यक्तियों में जिज्ञासा उत्पन्न होती है
उत्तर आवश्यक होता है
मात्र भौतिक रूप से, आत्मिक रूप से नहीं
इस उत्तर का उपयोग मात्र इतना ही होता है कि इससे जानकारी बढ़े, बुद्धि का विकास हो, विचारों का आधिक्य हो, जैसे संपत्ति का संचय होता है
किंतु उससे आंतरिक विकास नहीं होता, कोई परिवर्तन नहीं आता
किंतु जब यही जिज्ञासा केवल बौद्धिक विकास के लिए ही जीवन के लिए अनिवार्य हो जाए
तो उसे मुमुक्षा कहते हैं
जब जीवन का प्रत्येक निर्णय उस एक उत्तर पर निर्भर हो जाए
जब उत्तर ही परिवर्तन का आधार बन जाए
इसलिए निर्भर करता है कि प्रश्न पूछते समय व्यक्ति इन तीनों में कौन से तल पर है
कौतूहल जिज्ञासा या मुमुक्षा ।।